गढ़वाल मंडल के जनपदों में विकास योजनाओं की धीमी प्रगति पर आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने नाराजगी जताई है। पौड़ी स्थित विकास भवन सभागार में आयोजित मंडलीय समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
बैठक में मंडल मुख्यालय पौड़ी के साथ-साथ गढ़वाल मंडल के अन्य जिलों के मुख्य विकास अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। आयुक्त ने निर्देश दिया कि जिन अधिकारियों ने अब तक अपने अधीनस्थ विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक नहीं की है, वे एक सप्ताह के भीतर बैठक आयोजित कर कार्यवाही से अवगत कराएं। उन्होंने साफ किया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारी अधूरी तैयारी के साथ पहुंचे, जिस पर आयुक्त ने नाराजगी जताई।
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चालू वित्तीय वर्ष में जिला योजना में ₹59107.90 लाख का अनुमोदित परिव्यय हुआ, जिसमें से शत-प्रतिशत धनराशि अवमुक्त की गई।
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अब तक जनपद स्तर पर विभागों को 60.59% धनराशि आवंटित की गई, लेकिन अगस्त तक केवल 40.84% व्यय हो पाया।
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उत्तरकाशी, चमोली और हरिद्वार में 50% से कम व्यय पर जिलाधिकारियों को प्रगति लाने के निर्देश दिए गए।
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राज्य सेक्टर में ₹150363.39 लाख में से अगस्त तक ₹65570.96 लाख खर्च कर 43.61% वित्तीय प्रगति हासिल हुई।
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रुद्रप्रयाग की प्रगति मात्र 25.37% रही, जिस पर आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी को सुधार के निर्देश दिए।
आयुक्त ने कहा कि सभी मंडलीय अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों की हर पखवाड़े समीक्षा करें और कार्यवृत्त से आयुक्त कार्यालय को अवगत कराएं। साथ ही जिला अर्थ एवं संख्या विभाग को निर्देश दिया कि जिन विभागों की प्रगति संतोषजनक नहीं है, उन्हें चिन्हित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
