निरसा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने लगभग 16 लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी के एक बड़े मामले में फरार चल रहे आरोपी को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर झारखंड लाने में सफलता हासिल की है। यह मामला वर्ष 2020 में चिरकुंडा के एक साबुन कारोबारी अशोक गढ़यान से जुड़ा है, जिनसे व्यापारिक लेन-देन के नाम पर भारी रकम की ठगी की गई थी।
मामले में प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए निरसा एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने बताया की इस मामले को 5 अप्रैल 2020 को चिरकुंडा थाना में दर्ज की गई थी, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ कि ठगी एक संगठित तरीके से की गई थी, जिसमें तीन लोग संलिप्त थे। इनमें मुख्य आरोपी गोपी वेल्यु तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित G.K. इंटरप्राइजेज से जुड़ा बताया गया। अन्य दो व्यक्तियों में से एक सुंदर मूर्ति सुंदर की मृत्यु दिसंबर 2023 में एक सड़क हादसे में हो चुकी है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए धनबाद एसएसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें चिरकुंडा थाना के पुअनि शशि प्रकाश, पुअनि वत्सल कुमार सिंह, तकनीकी शाखा और सशस्त्र बलों के अधिकारी शामिल थे। इस टीम ने तकनीकी निगरानी और दस्तावेजों के विश्लेषण के आधार पर आरोपी के तमिलनाडु में होने का सुराग लगाया। आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था, जिससे गिरफ्तारी में बाधाएं आ रही थीं। परंतु पुलिस टीम ने दृढ़ता के साथ कार्रवाई करते हुए चेन्नई के पूनामल्ली क्षेत्र से आरोपी को गिरफ्तार कर झारखंड लाने में सफलता पाई।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस अब पूरे गिरोह की भूमिका और अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान में जुट गई है। चिरकुंडा पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, जिसने वर्षों से लंबित एक आर्थिक अपराध के आरोपी को कानून के हवाले किया।
