धनबाद के साक्षरता कर्मियों ने अपने बकाए मानदेय और समायोजन की मांग को लेकर आज रणधीर वर्मा स्टेडियम (गोल्फ ग्राउंड) से रणधीर वर्मा चौक तक पैदल मार्च किया। मार्च के दौरान कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वर्षों से लंबित अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की वही साक्षरता कर्मियों का कहना है कि वे वर्ष 1984 से राज्य सरकार के विभिन्न अभियानों में सक्रिय रूप से भागीदारी निभाते आ रहे हैं।
इनमें राशन कार्ड सर्वे, पल्स पोलियो अभियान, मतदाता जागरूकता जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। इसके बावजूद अब तक उन्हें नियमित मानदेय नहीं मिला है और न ही सेवा समायोजन की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया गया है। कर्मियों ने बताया कि झारखंड में लगभग 10,000 और सिर्फ धनबाद जिले में करीब 700 साक्षरता कर्मी कार्यरत हैं, लेकिन उनके साथ सरकार का व्यवहार उपेक्षापूर्ण रहा है। पूर्व में झरिया की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं निकला।आक्रोशित कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई, तो वे आगामी 4 अगस्त को झारखंड विधानसभा का घेराव करेंगे।
