आईआईटी आईएसएम का 45वां दीक्षांत समारोह इस बार ऐतिहासिक और भव्य होगा। समारोह पेनमैन हॉल की बजाय विशेष रूप से बनाए गए लोअर ग्राउंड के विशाल पंडाल में किया जाएगा। यहां 2500 से 3000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु होंगी। उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉ पीके मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। डॉ पीके मिश्रा को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। आईआईटी प्रबंधन समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। राष्ट्रपति के आगवन को लेकर शहर को जिला प्रशासन के दौरा सजाया संवारा जा रहा है जगह जगह दिवाल पेंटिंग सड़क को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है वही IIT ISM के डायरेक्टर सुकुमार मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ एवं व्यवस्थित बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। संस्थान को राष्ट्रपति के आगमन का समय 1 अगस्त की सुबह 11 बजे का मिला है.इसको ध्यान में रखते हुए संस्थान का गेट नंबर-एक का पुनर्निर्माण कार्य एक अगस्त से पहले पूरा कर लिया जाएगा। इस गेट से अतिथियों का प्रवेश होगा। छात्रों, अभिभावकों और आम लोगों के लिए गेट नंबर-दो से प्रवेश की व्यवस्था की जा रही है। बता दें कि पंडाल के अंदर मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों के लिए 8 ग्रीन रूम भी तैयार किए जा रहे हैं. सुरक्षा के दृष्टिकोण से तीन कंट्रोल रूम रहेंगे. जो सतत निगरानी करते रहेंगे.पंडाल निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रही है. वहीं जिला प्रशासन भी राष्ट्रपति के निर्धारित कार्यक्रम को लेकर पूरी तरह से तैयार है. बरवाअड्डा के हवाई अड्डा से लेकर आईएसएम गेट तक 78 जगह पर गेट और बेरिकेडिंग रहेंगे और इन सभी स्थानों पर सुरक्षा बल तैनात रहेंगे.राष्ट्रपति का आगमन वायु मार्ग से बरवाअड्डा हवाई पट्टी निर्धारित है. इसे लेकर सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से ड्रोन, पैराग्लाइडिंग, हॉट एयर बैलून एवं अन्य संबंधित गतिविधियों को निषेध करते हुए बरवाअड्डा हवाई पट्टी के आस-पास के क्षेत्र को ‘नो फ्लाई जोन’ घोषित किया गया है.
