बताते चलें कि बाघमारा थाना क्षेत्र के केसरगढ़ बस्ती जमुनिया नदी के किनारे मंगलवार को देर शाम कोयले के अवैध कारोबार में चाल धसने से दर्जनों मजदूर के दब जाने की खबर आग की तरह क्षेत्र में फैल गई। आनंद फाइनल में पत्रकारों की समूह देर रात्रि तक घटनास्थल का समाचार संकलन करने के लिए पहुंचते रहे, पर कोयला तस्करों की सिंडिकेट हर मोर्चे पर कमान संभाल रखी थी और पत्रकारों को जाने से रोक दिया गया। घटना की सूचना प्रकार गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी और विधायक सरजू राय बुधवार को घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे।सांसद और विधायक को आने की सूचना के बावजूद भी प्रशासन की पूर्व से तैनाती नहीं होने के कारण कुछ सामाजिक तत्वों द्वारा सांसद और विधायक के साथ वाद्सलुकी करते देखी गई ।सांसद और विधायक के खिलाफ जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारे गूंजने लगे। हाथापाई तक कि नौवत आ गई।इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर कतरास थानेदार असित कुमार सिंह और बाघमारा पुलिस पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया। घटना से आहत सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी बाघमारा थाने में धरने पर बैठ गए।अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई और दबे हुए मजदूरों की लाश रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकलने की मांग की । इधर- एनडीआरएफ रांची की 33 सदस्यीय टीम पहुच कर घटनास्थल की प्रॉपर आइडेंटिफिकेशन के अभाव में इधर-उधर खाक छानते रहे। वहीं बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह पहुंचकर सांसद सीपी चौधरी एवं उनके कार्यकर्ता से घटना का सबुत मांगे गए। इधर आजसू समर्थकों द्वारा इस कारोबार से जुड़ा अवैध कोयला लदा हुआ ट्रक संख्या जे एच 10 डीडी 65 55 पड़कर पुलिस के हवाले कर दी गई। अंततः सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को घटना में दबे हुए पांच मजदूरों एवं उनके साथ वात्सलु की करने वाले कुछ लोगों के नाम सहित लिखी शिकायत देनी पड़ी ।मीडिया से बात करते हुए सांसद सीपी चौधरी ने कहा लाश के नाम पर भी रात भर पुलिस प्रशासन के बीच अवैध लेनदेन की बात चलती रही। वही विधायक सरजू राय ने इस मामले को विधानसभा में उठाने की बात कहीं बताते चलें कि केसरगढ बस्ती जमुनिया नदी के किनारे दर्जनों कुंआ माइंस बनाकर अवैध कोयले की तस्करी अरसे से चलती रही है।
