दिल्ली में शीर्ष आईटी कंपनियां

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

1. दिल्ली के आईटी क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक पेशेवरों के लिए क्या अवसर मौजूद हैं?

दिल्ली का आईटी क्षेत्र सॉफ्टवेयर विकास, साइबर सुरक्षा, डेटा एनालिटिक्स और परियोजना प्रबंधन सहित विभिन्न डोमेन में पेशेवरों के लिए ढेर सारे अवसर प्रदान करता है। इस क्षेत्र में काम करने वाली विविध प्रकार की कंपनियों के साथ, करियर वृद्धि और विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं।

2. दिल्ली का आईटी उद्योग दूरस्थ कार्य की ओर बदलाव को कैसे अपना रहा है?

कोविड-19 महामारी और दूर से काम करने के बढ़ते चलन के जवाब में, दिल्ली में कई आईटी कंपनियों ने लचीली कार्य व्यवस्था अपनाई है। इस परिवर्तन के कारण व्यवसाय की निरंतरता और कर्मचारी उत्पादकता सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल सहयोग उपकरण, आभासी संचार प्लेटफ़ॉर्म और दूरस्थ परियोजना प्रबंधन रणनीतियों को अपनाया गया है।

3. दिल्ली के आईटी क्षेत्र में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए क्या पहल की गई हैं?

दिल्ली की आईटी कंपनियां अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए स्थायी प्रथाओं को तेजी से अपना रही हैं। इसमें पर्यावरण-अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना, ऊर्जा-कुशल बुनियादी ढांचे को लागू करना और आवागमन से जुड़े कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए दूरस्थ कार्य को प्रोत्साहित करना जैसी पहल शामिल हैं।

Source link

Leave a Comment

और पढ़ें

जामाडोबा डिग्री कॉलेज का निरीक्षण, विधायक रागिनी सिंह ने उठाए कॉलेज की समस्याएं

झरिया की भाजपा विधायक रागिनी सिंह ने गुरुवार को जामाडोबा डिग्री कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और कॉलेज के प्राचार्य आरपी सिंह के साथ करीब दो घंटे तक बैठक कर कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर चर्चा की।


प्राचार्य आरपी सिंह ने विधायक को जानकारी दी कि कॉलेज में 1,400 छात्रों के बावजूद पीने के पानी की सुविधा नहीं है, क्योंकि बोरिंग का पानी खारा है। सफाई कर्मियों की कमी के कारण शौचालयों की सफाई भी नहीं हो रही है। कई विषयों जैसे गणित, मनोविज्ञान, जीवविज्ञान, और वनस्पति विज्ञान के शिक्षक नहीं हैं। इसके अलावा, खेल मैदान, लाइब्रेरी, और कंप्यूटर लैब की स्थिति भी खराब है।

विधायक ने कॉलेज परिसर की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि कॉलेज में जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। उन्होंने गेट पर गार्ड की नियुक्ति और आने-जाने वालों की जानकारी रखने के लिए रजिस्टर की व्यवस्था पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और सरकार से मिलकर कॉलेज की समस्याओं को हल करने का प्रयास किया जाएगा। बिना नाम लिए उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि कॉलेज में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन प्रचार के लिए बोर्ड लगवाने की होड़ रही है।




Buzz Open / Ai Website / Ai Tool