धनबाद के मटकुरिया गोलीकांड में 33 अभियुक्तों का बयान दर्ज, जल्द आ सकता है अदालत का फैसला

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धनबाद के बहुचर्चित मटकुरिया गोलीकांड मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय में 33 अभियुक्तों के बयान दर्ज किए गए हैं। यह सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी की अदालत में हुई। इसमें 32 अभियुक्त अदालत में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए, जबकि एक का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दर्ज किया गया। मामले के मुख्य आरोपी और पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक व्हीलचेयर पर अदालत पहुंचे।

अधिवक्ता बृजेंद्र सिंह के अनुसार, मामले में एविडेंस क्लोज हो चुका है और अब अभियुक्तों के बयानों को दर्ज करने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। बचाव पक्ष के लिए अदालत अगली तारीख देगी, और संभावना है कि अदालत इस महीने ही फैसला सुना सकती है।

मामले की पृष्ठभूमि:
साल 2011 में मटकुरिया में बीसीसीएल के अतिक्रमित आवासों को खाली कराने के दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस दौरान सैकड़ों राउंड गोलियां चलीं और चार लोगों की मौत हो गई थी। घटना में तत्कालीन एसपी आरके धान घायल हो गए थे।

तत्कालीन एसडीओ जॉर्ज कुमार के लिखित प्रतिवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था और 38 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इनमें से पांच अभियुक्त, जिनमें पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, अशोक यादव, उदय सिंह, ओपी लाल और बच्चा सिंह शामिल हैं, की मृत्यु हो चुकी है।

घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया था और विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगाया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 45 दिनों तक जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। अब इस बहुचर्चित मामले में अदालत का फैसला जल्द आने की संभावना है, जो क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे विवाद को समाप्त कर सकता है।

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जामाडोबा डिग्री कॉलेज का निरीक्षण, विधायक रागिनी सिंह ने उठाए कॉलेज की समस्याएं

झरिया की भाजपा विधायक रागिनी सिंह ने गुरुवार को जामाडोबा डिग्री कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और कॉलेज के प्राचार्य आरपी सिंह के साथ करीब दो घंटे तक बैठक कर कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर चर्चा की।


प्राचार्य आरपी सिंह ने विधायक को जानकारी दी कि कॉलेज में 1,400 छात्रों के बावजूद पीने के पानी की सुविधा नहीं है, क्योंकि बोरिंग का पानी खारा है। सफाई कर्मियों की कमी के कारण शौचालयों की सफाई भी नहीं हो रही है। कई विषयों जैसे गणित, मनोविज्ञान, जीवविज्ञान, और वनस्पति विज्ञान के शिक्षक नहीं हैं। इसके अलावा, खेल मैदान, लाइब्रेरी, और कंप्यूटर लैब की स्थिति भी खराब है।

विधायक ने कॉलेज परिसर की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि कॉलेज में जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। उन्होंने गेट पर गार्ड की नियुक्ति और आने-जाने वालों की जानकारी रखने के लिए रजिस्टर की व्यवस्था पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और सरकार से मिलकर कॉलेज की समस्याओं को हल करने का प्रयास किया जाएगा। बिना नाम लिए उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि कॉलेज में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन प्रचार के लिए बोर्ड लगवाने की होड़ रही है।




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